लॉकडाउन और कर्फ्यू में सोमवार से और सख्ती और बढ़ने वाली है। इसकी वजह शहर और प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ना है। आंकड़ों में यह साफ नजर भी आ रहा है। इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र में बीते चार दिनों में (जब इंदौर में पहला मरीज मिला था) 130 फीसदी की रफ्तार से संक्रमण फैला, जबकि दूसरे सर्वाधिक प्रभावित केरल में इसकी रफ्तार 88 फीसदी रही। मप्र और इंदौर देश में सबसे आगे निकल गए। इंदौर में ये 380 फीसदी की रफ्तार से फैल रहा है तो मप्र में ये 457 फीसदी तक पहुंच गया है। कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक, इसके बाद भी सख्ती नहीं की तो शहर में रानीपुरा जैसे कई संवेदनशील इलाके बन जाएंगे। हालात बिगड़े तो इतनी स्वास्थ्य सुविधाएं जुटाना मुश्किल होगा, क्योंकि इंदौर में कोरोना की अगली स्टेज आ गई है।
मप्र और इंदौर में
मध्यप्रदेश में 24 मार्च को 7 मरीज थे जो 28 मार्च को बढ़कर 39 हो गए, यानी चार दिन में 457 फीसदी की रफ्तार से 32 मरीज और बढ़ गए। इंदौर में 24 मार्च को 5 मरीज सामने आए जो 28 मार्च की रात को बढ़कर 24 हो गए। चार दिन में 19 मरीज 380 फीसदी की रफ्तार से बढ़े। मरीजों के बढ़ने की यह रफ्तार देश में सबसे ज्यादा है। इंदौर में अब तक दो मरीजों की मौत हो चुकी है।